हाय दोस्तों मेरा नाम समां हे और में मुंबई में रहती हूँ. में अकेली ही रहती हूँ क्युकी में पली बढ़ी हु एक अनाथालय में. अब मेरी उम्र २४ साल हे में एक कम्पनी में झोब करती हूँ. दोस्तों में जब ये घर किराए पे लेकर यहाँ आई तो किसी को नहीं जानती थी लेकिन अब तो मेरी अच्छी दोस्ती हो गयी हे सबके साथ. और सबसे अच्छी दोस्ती तो हुई थी समद के साथ जो ठीक मेरे घर के बगल वाले घर में रहता था. वो भी घर में अकेला ही था क्युकी वो भी मेरी तरह ही एक अनाथालय में पला बढ़ा था तो हम दोनों का अच्छा मेल झोल रहता था.हम दोनों एक दुसरे की परेशानिया अच्छे से समज लेते थे. धीरे धीरे करके हम दोनों इतने करीब आ गए की अब तो में उसके घर रह लेती थी या वो मेरे घर आ जाता था. हम दोनों अब एक दुसरे के बिना नहीं रेह सकते थे. तो हम दोनों ने तय किया की ये तो प्यार हे की हम दोनों को एक दुसरे से झुड़ता ही जा रहा हे हमें एक दुसरे को प्रपोज किया हम दोनों ने ही स्वीकार भी किया. यु तो हमें कोई रोकने टोकने वाला नहीं था और नाही हम दोनों को किसी का डर था. अब हम दोनों साथ साथ ही घूमते थे कही भी जाते साथ साथ ही रहते थे. क्या करे दिलको चेन ह...