Skip to main content

मैडम की चूत और गांड की जबरदस्त चुदाई




हैल्लो फ्रेंड्स आप सभी का Daily Hindi Sex Stories पर स्वागत है और हम सभी एक ही साईट के साथी है और में इस साईट पर कई समय से कहानियाँ पढ़ता आ रहा हूँ मुझे सेक्सी कहानियाँ पढ़ना बहुत अच्छा लगता है। दोस्तों मेरा नाम नितिन है और में अंबाला का रहने वाला हूँ। अब आप सभी का ज्यादा टाईम खराब ना करते हुए में सीधा अपनी स्टोरी पर आता हूँ लेकिन पहले अपना परिचय करा दूँ दोस्तों ये स्टोरी जो कि मेरे और मेरे बास्केटबॉल वाली मेडम के बीच की है जिसको आज में आप सभी के सामने रखने जा रहा हूँ। दोस्तों में एक स्कूल स्टूडेंट हूँ और मेरी उम्र 18 साल की है और में दिखने में अच्छा हूँ मेरी 5.9 हाईट है मेरे लंड की लम्बाई 6 इंच है। दोस्तों ये बात अभी से कुछ महीने पहले की है जब हमारे स्कूल में एक समारोह था जिसमे बहुत बड़े बड़े लोग आने वाले थे और वो समारोह शाम को 7 बजे शुरू होने वाला था और सभी लोग आ गये थे और फिर रात के 11 बजे तक समारोह भी ठीक ठाक तरीके से खत्म हो गया। जिस जगह पर समारोह हो रहा था वो मेरे घर से बहुत दूर था। तो मैंने सोचा था कि में एक रात अपने फ्रेंड के घर में रुक जाऊंगा लेकिन उस समारोह में मेरा वो फ्रेंड आया ही नहीं और समारोह खत्म होते होते रात के 11 बज गये थे। फिर मैंने घर जाने के लिए बस का सहारा लिया लेकिन उसमे भी बहुत भीड़ थी। फिर वहाँ पर एक लेडीस सीट खाली हुई लेकिन में वहाँ पर बैठा नहीं.. मैंने जैसे ही उस सीट को देखा तो उस पर मेरी बास्केटबॉल मेडम बैठ गई उनका नाम प्रीत है, वो बिल्कुल सेक्सी है बड़े बड़े बूब्स मस्त गांड और फिर मेरा लंड हमेशा उन्हे देख कर खड़ा हो जाता था उनका फिगर 36-30-36 है जो मुझे बाद में पता चला। फिर में जब उनके पास गया तो उन्होंने मुझे उनके साथ बैठने को कहा और में जल्दी ही मान गया और में उनके चिपककर बैठ गया। फिर हमने समारोह की बातें करनी स्टार्ट कर दी और तभी मैंने उन्हें बताया कि मेरा घर कितना दूर है। तो उन्होंने कहा कि उनका घर पास में ही है फिर वो कहने लगी कि में उनके साथ उनके घर पर जाऊँ.. लेकिन पहले तो मैंने मना किया लेकिन बाद में मेरे अंदर का जानवर जाग गया और मैंने जल्दी से हाँ कर दी। तभी मैंने घर पर कॉल करके पापा को कह दिया कि में अपने एक दोस्त के घर में आज रात को सो जाऊंगा और फिर उन्होंने मेरी पूरी बात सुनकर हाँ कर दी। फिर जब हम उनके घर पहुंचे तो मैंने देखा कि वो अकेली रहती थी। जिससे तो में मन ही मन और खुश हो गया। फिर प्रीत मेडम नहाने चली गयी और में बैठकर टीवी देखने लगा। तभी थोड़ी देर बाद में मुझे सू सू लगी तो में मूतने चला गया मुझे पता नहीं था कि उनका बाथरूम और टॉयलेट एक साथ है। तभी मैंने जैसे ही दरवाजा खोला तो देखा कि मेडम चूत शेव कर रही है तभी में अचानक उन्हे ऐसे देख कर डर गया और उन्होंने भी अपनी चूत पर एक हाथ रखकर चूत छुपा ली और में जल्दी से हड़बड़ा कर बाहर आ गया और टीवी देखने लगा। फिर वो नहाकर बाहर आई तो में उन्हे देखता ही रह गया और मेरा लंड खड़ा हो गया था जिसे मेडम ने देख लिया.. लेकिन उन्होंने कुछ नहीं कहा और मेरे पास आकर बैठ गई और मुझे कहा कि जो मैंने अभी देखा वो किसी को मत बताना और वो बहुत डरी हुई थी। तभी मैंने सोचा कि क्यों ना इस बात का फायदा उठा लिया जाए। फिर मैंने उनसे कहा कि ठीक है लेकिन मुझे एक बार वो देखनी है। तभी उन्होंने ने स्माईल करते हुए पूछा क्या? फिर मैंने कहा कि आपकी गोरी गुलाबी चूत। तभी वो बोली कि क्या तुम पागल हो गये हो? अपने टीचर के साथ ऐसा कहते हुए तुम्हे शरम नहीं आती? तभी मैंने कहा कि ठीक है तो फिर में स्कूल में अपने सभी दोस्तों को सच सच बता दूँगा। वो फिर से डर गयी और बोली कि ठीक है में दिखा देती हूँ जो तुम्हे देखना है और फिर उन्होंने अपनी मेक्सी ऊपर कर दी और वो अपनी काले कलर की पेंटी को नीचे करके खड़ी हो गयी। तभी में तो खुशी से पागल हो गया उनकी चूत देखकर उनके और पास जाने लगा और वो मेरे से दूर होने लगी। तभी मैंने उनका हाथ पकड़ा और अपनी तरफ खींचा और उन्हें सोफे पर बैठा दिया और मैंने अपना एक हाथ उनकी चूत पर रख दिया तो वो उछल गयी। कसम से उनकी चूत को कभी किसी ने छुआ भी नहीं होगा मैंने पहली बार चूत देखी थी। फिर में उसकी खुश्बू लेने लगा जो कि मुझे मदहोश कर रही थी। फिर मैंने एक हाथ मेडम के बूब्स पर रखा जो बड़े मुलायम थे तभी उन्होंने गुस्से से मेरा हाथ हटा दिया। मैंने फिर से बूब्स को पकड़ा और सहलाने और दबाने लगा और दूसरे हाथ से चूत को रगड़ रहा था। मेडम अब गरम होने लगी और अब वो भी मेरा साथ देने लगी उन्होंने मुझे देखा और मेरे होंठो पर एक किस किया में और जोश में आ गया और अपने होंठ उनके होंठो पर रख दिए और चाटने चूमने लगा। हम दोनों एक दूसरे की जीभ चाट रहे थे। 5 मिनट के किस के बाद मेडम ने अपना हाथ मेरे लंड पर रख दिया जो उनकी चूत को देख कर खड़ा हो गया था। तभी उन्होंने नीचे घुटनों के बल बैठकर मेरी पेंट उतारी और लंड को मुहं में लेकर चाटने लगी। दोस्तों में तो पागल हो रहा था और मेरा वीर्य निकल गया और उन्होंने पूरा वीर्य पी लिया। फिर उसके बाद मैंने मेडम के बूब्स को ब्रा से बाहर निकाला और चाट चाट कर लाल कर दिए उनके गुलाबी निप्पल तो बिल्कुल कड़क थे। फिर मैंने उन्हे भी बहुत चाटा और मेडम पागल हो रही थी और कह रही थी कि और ज़ोर से और ज़ोर से तभी मैंने बूब्स को चाटना बंद किया और चूत की तरफ चला गया मैंने जैसे ही अपना मुहं चूत पर लगाया तो मेडम ने ज़ोर से मेरे सर को पकड़ा और चूत पर दबाने लगी और में भी पागलो की तरह चूत को चाट रहा था और दो मिनट बाद मेडम का माल निकल गया और में उसे पूरा पी गया। फिर मेडम ने कहा कि अब रहा नहीं जाता जल्दी से लंड को चूत में लंड डाल दो। में खड़ा हुआ और अपने खड़े लंड को चूत पर रख दिया और एक ज़ोर से झटका मारा। मेडम ज़ोर से चिल्लाई अरे में मर गयी और फिर उन्होंने कहा कि थोड़ा धीरे धीरे करो मेरा आधा लंड उनकी चूत में घुस चुका था। फिर में 1 मिनट रुका और फिर से ज़ोर का झटका मारा और पूरा लंड मेडम की चूत में घुस गया। तभी मेडम का बुरा हाल हो गया था दर्द से उनका मुहं लाल हो गया था और में थोड़ी देर रुका और झटके देने शुरू कर दिए। मेडम का दर्द कम हो गया था और वो हर झटके का मज़ा ले रही थी। में पूरे दम से लंड चूत में डाल रहा था और वो कह रही थी अह्ह्ह चोदो मुझे बेबी चोदो मुझे तभी ये सुन कर मुझे और जोश आ रहा था और में मेडम को कुतिया की तरह चोद रहा था। तभी मेडम का पानी निकल गया और वो थोड़ी ढीली पड़ गयी.. लेकिन में जोर जोर से धक्के दिए जा रहा था मेडम के पानी के कारण मेरा लंड अब और तेज़ी से अंदर बाहर हो रहा था। 15 मिनट बिना रुके सेक्स करने के बाद मेरा वीर्य निकलने वाला था तो मैंने मेडम को कहा कि कहा डालूं? तभी वो बोली कि तुम चिंता मत करो और अंदर ही डाल देना में गर्भ निरोधक गोली खा लूंगी। तभी मैंने 8-10 धक्को के बाद अपना पूरा वीर्य मेडम की चूत में डाल दिया और बिना लंड चूत से बाहर निकाले वैसे ही उनके ऊपर लेट गया और उनके बूब्स को चूसने लगा। फिर थोड़ी देर बाद हम दोनों उठे और बाथरूम में एक साथ नहाकर बाहर आए हमे चुदाई खत्म करते करते रात के 2 बज गये थे। फिर हमने एक किस किया और एक दूसरे को अपनी बाहों में लेकर सो गये। फिर में जब सुबह करीब 7 बजे उठा तो देखा कि मेडम सो रही है मैंने उन्हें जगाया और कहा कि.. में आपको एक बार और चोदूंगा। तभी उन्होंने मना कर दिया और कहा कि उन्हें चूत में बहुत दर्द हो रहा है और जलन हो रही है। तभी में उनके बूब्स चूसने लगा फिर थोड़ी देर बाद उठा और तभी पापा का कॉल आ गया.. तो फिर मुझे मेडम के घर से जाना पड़ा। जाते टाईम मैंने मेडम को किस किया और चला गया ।।

Comments

Popular posts from this blog

भाई को अपना दूध पिलाया

मैं आपकी प्यारी सी और चुलबुली स्मिता आपको अपनी चुदाई की कहानी बताने जा रही हूँ।मेरा भाई जो मुझसे 2 साल छोटा है उसका नाम साहिल है। यह सब तब हुआ था जब मेरा ममेरा भाई हमारे घर पर आया था। यह वही है जिसने मुझे पहले चोदा था, हमारे घर पर एक हफ़्ता रुका था, इस बीच हमने 3 बार मस्ती की थी। जब भी उसको मौका मिलता है, मुझे पकड़ लेता है। कभी रसोई में तो कभी घर के पीछे, हम लोग बहुत चिपकते रहते थे। साहिल को शायद हम पर शक हो गया था लेकिन एक हफ्ते बाद मेरा कज़िन चला गया। कुछ दिनों बाद मेरे मम्मी-पापा को किसी रिश्तेदार के यहाँ जाना पड़ा। उस दिन मैं और मेरा भाई घर में अकेले थे। मैं रसोई में लंच तैयार कर रही थी मेरा भाई भी रसोई में आ गया। मुझसे बातें करने लगा। पहले तो सामान्य बातें करता रहा। लेकिन फिर उसने कहा- स्मिता, तुम्हें नहीं लगता कि हमारे मामा का लड़का थोड़ा ज्यादा ही फ्लर्ट टाइप का है? मैं एकदम धक्क से रह गई कि यह ऐसा क्यों पूछ रहा है? मैंने ऐसे ही कहा- नहीं तो ! ऐसा तो कुछ भी नहीं लगा मुझे। क्यों तुम ऐसे क्यों पूछ रहे हो? “बस ऐसे ही, मैंने कई बार नोटिस किया है कि तुम से कुछ ज्यादा ही लग र...

माँ की ख़ुशी के लिए बहन से शादी भाग 1

हैल्लो  दोस्तों, मेरा नाम आरव है और मेरी इस साईट पर ये पहली स्टोरी है। इस कहानी में आपको बताऊंगा कि कैसे मेरी शादी मेरी ही बहन से हुई? तो अब में आपको शुरुवात से बताता हूँ कि ये सब कैसे स्टार्ट हुआ? में पहले मेरी माँ और बहन के साथ बेंगलोर में ही रहता था और मेरे पापा की मौत हो गई थी, हमारा एक छोटा सा बिज़नेस था और कोई रिश्तेदार हमारी मदद के लिए आगे नहीं आया तो माँ ही पापा के बाद उसे संभालती थी। जब मेरी पढाई पूरी हुई तो मेरी दिल्ली में जॉब लग गई और में दिल्ली आ गया। उस टाईम मेरी बहन 12वीं क्लास में थी, उसका नाम गीतू है और उसका कलर फेयर था और बॉडी भी अच्छी मैंनटेन थी और उसका फिगर बहुत अच्छा था, वो स्कूल ड्रेस में स्कर्ट पहनती थी और जब भी में उसे स्कूल छोड़ने जाता था तो सभी लड़को की नज़र उसकी तरफ़ होती थी, लेकिन वो किसी को घास नहीं डालती थी। मैंने उसके लिए कभी गलत नहीं सोचा था और वो भी मुझे भाई के जैसे ही प्यार करती थी। फिर दिल्ली आने के बाद मेरी जॉब अच्छी चल रही थी और मुझे यहाँ 2 साल हो गये थे। फिर मैंने यहाँ पर फ्लेट लिया हुआ है और जब बेंगलोर में हमारा बिज़नेस बंद होने को था तो ...

हाईवे पर मुझे कुंवारी चूत मिल गयी

मेरी स्टोरी सत्य घटना हैं. वेसे रंडी तो हाईवे पर मिल जाती हैं लेकिन मुझे तो कुवारी चुत मिल गई. कहानी पे आता हु यारो… बात उस समय की हैं जब मैं बारहवीं की परीक्षा पास करके अपने गाँव वापस आया। शहर में रहकर मैं बहुत बिगड़ गया था और चूत का आशिक बन गया था क्योंकि मैंने सुना था कि सांप और चूत जहाँ दिखे वहीं मार देनी चाहिए… बस यही सोच कर मैंने अभी तक 28 चूतें मारी हैं और हर चूत वाली को संतुष्ट किया हैं। तो अब असल कहानी पर आते हैं। मैं गाँव गया तो मैंने पूरा दिन घूम कर बिता दिया… शाम को जब मैं अपनी गाड़ी से घर वापस जा रहा था तो मैंने देखा कि नहर किनारे एक लड़की पेशाब कर रही थी और गाड़ी की रोशनी उसके चूत पर पड़ गई थी जिससे मुझे मूत निकलती चूत के दर्शन हो गए। यह देख अचानक ही मेरा लौड़ा पैंट में खड़ा हो गया और मुझे लगा कि अगर मैंने आज चूत नहीं मारी तो शायद मेरा लंड फूल कर फट जायेगा। बस मैंने योजना बनाई और गाड़ी रोक कर लड़की के पास चला गया। मुझे वहाँ खड़ा देखकर वो शर्मा गई… मैंने पूछा- कौन हो तुम और रात के इस अँधेरे में यहाँ क्या कर रही हो? तो वो शरमा कर बोली- साहब मेरा नाम रीना हैं और मैं आप...