Skip to main content

जासूस की जबरदस्त चुदाई



हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम मोहित है और में मुंबई का रहने वाला हूँ, मेरी उम्र 20 साल है, मेरी बॉडी सामान्य है। मुझे सेक्स में बहुत नये-नये आइडिया आते है। ये स्टोरी एक इच्छा है जिसमें मैंने एक जासूस की जबरदस्त चुदाई का परिचय दिया है। ये स्टोरी मनीषा की है, रंग गोरा, बूब्स 34, कमर 26 और गांड 38 की है, उसकी उम्र 23 साल है। मनीषा को जॉब की तलाश थी, एक दिन उसने न्यूज पेपर में एड देखा और इंटरव्यू देने चली गई, वहाँ उसको बताया गया कि जॉब क्या है? एक बड़े गुंडे के पास रहकर जासूसी करनी है। तो उसने कहा कि चलेगा, क्योंकि उसे पैसो की जरुरत थी, उसको बताया गया कि अगर पकड़ी गई तो बहुत परेशानी होगी, लेकिन उसने कबूल कर लिया। फिर वो सय्यद (जिसकी जासूसी करनी थी) उसके घर नौकरानी के काम पर लग गई। अब 5-6 दिन तो बराबर निकले, लेकिन बाद में सय्यद को पता चला कि मनीषा जासूस है। फिर वो घर आया तो मनीषा काम कर रही थी, अब सय्यद के साथ उसके 5 बॉडीगार्ड थे। फिर उन्होंने मनीषा को पकड़ लिया, तो वो चिल्लाने लगी, उसे पता ही नहीं चला कि उसके साथ क्या हो रहा है? अब उन्होंने उसके हाथ रस्सी से बांधकर उसे हॉल के बीचो बीच लटका दिया। अब वो सीधी उसके पैरो पर खड़ी थी। सय्यद : जासूसी करती है मादरचोद, रंडी, आज ऐसा सबक सिखाऊंगा की सारी जासूसी भूल जायगी। मनीषा : साहब, आपको कुछ ग़लतफहमी हुई है। सय्यद : अरे चुप रह छिनाल। फिर उसने उसके बॉडीगार्ड्स को मनीषा को नंगी करने को बोला, तो उन्होंने उसको पूरी नंगी कर दिया। अब मनीषा का नंगा बदन बहुत ही प्यारा लग रहा था, उसने सभी जगह वैक्सीन की हुई थी, वो एकदम गोरी थी और उसने अपनी चूत भी एकदम साफ की हुई थी। सय्यद : सच बता दे, तुझे किसने भेजा है? मनीषा : मुझे कुछ नहीं पता, में तुम्हारे आगे हाथ जोड़ती हूँ, मुझे छोड़ दो, अब मनीषा रोने लगी थी। सय्यद : ये ऐसे नहीं बोलने वाली और उसने अपनी लेदर की बेल्ट निकाली और उसे दो कोड़े लगा दिए, तो अब मनीषा दर्द से चिल्लाने लगी। अब वो सच भी नहीं बता सकती थी अगर बताती तो जिन्होंने जॉब दिया था, वो उसकी फेमिली को मार देते। मनीषा : प्लीज मुझे छोड़ दो, मत मारो। फिर सय्यद ने फिर से उसको कोड़े मारना चालू किया इस बार वो रुका ही नहीं और इस बार उसने लगभग 25-30 कोड़े लगाए होगे। अब मनीषा की हालत ख़राब हो गई थी, अब तक जो बदन गोरा था वो अब लाल हो गया था। अब सय्यद ने एक केन ली और मनीषा की गांड पर एक स्ट्रोक दिया, केन का दर्द बहुत ज्यादा था। अब मनीषा हाथों से बँधी हुई थी, अब वो इधर उधर होने लगी, अब वो चिल्ला रही थी अहह में मर गइई और सय्यद ने दो स्ट्रोक फिर लगाये। अब तो वो बिना पानी की मछली की तरह तड़पने लगी थी, उसकी गांड पर केन के निशान पड़ गये थे। सय्यद : मनीषा सब सच बता दे, नहीं तो ये तो बस ट्रेलर है। अब मनीषा की हालत बहुत बुरी थी, लेकिन उसे चुप रहना पड़ा। फिर सय्यद ने फिर से केन के 15-16 स्ट्रोक लगाये। अब मनीषा तो मानो मर ही गई थी। फिर सय्यद ने उसकी गांड को देखा और कहा कि ऐसी गांड मारने में बहुत मज़ा आता है सूजी हुई गांड, तो सब लोग हँसने लगे। फिर सय्यद ने पूछा कि क्या तुम वर्जिन हो? तो मनीषा ने हाँ कर दिया। अब मनीषा को पता था कि ये उसकी लाईफ का सबसे बेकार दिन बनने वाला है। फिर सय्यद सुईयां लाया और मनीषा के बूब्स पर 4-5 सुईयां ताबड़तोड़ लगा दी, तो मनीषा फिर से चिल्लाई। अब उसने 5 सुईयां एक के बाद एक मनीषा के बूब्स में घुसा दी, अब मनीषा चिल्ला रही थी आह्ह्ह बहुत दर्द हो रहा है हह्ह्ह्हह्ह हाईईईई प्लीज ऐसा मत करो। फिर उसने ऐसा दूसरे बूब्स के साथ भी किया, फिर 5-10 मिनट के बाद उसने वो सुईयां निकाली। अब मनीषा के बूब्स से खून निकल रहा था, अब इतना सब होने के कारण मनिषा बेहोश हो गई थी। फिर एक घंटे के बाद उसे पानी डालकर उठाया गया, फिर जब वो उठी तो वो पीठ के बल लेटी थी और उसके पैर ऊपर बँधे हुए थे। अब उसकी चूत के दर्शन सबको हो रहे थे, अब उसको समझ आ गया था कि गांड और बूब्स हो गये अब उसकी चूत की बारी है, वो फिर से रोने लगी। उसने अभी तक सेक्स नहीं किया था और ये सब होगा तो कभी सोचा भी नहीं था। अब सय्यद एक बड़ा स्पून लेकर आया, ये देखकर मनीषा डर गई थी। फिर उसने अपने बॉडीगार्ड्स को नंगे होने को कहा। उन सबका लंड करीब 8 इंच बड़ा था। फिर उसने कहा कि इसके मुँह को चोदो, तो सब मनीषा के पास आने लगे। अब मनीषा को लंड की बदबू से उल्टी जैसा लगने लगा था। फिर उसने अपना मुँह दूसरी तरफ कर लिया। तो सय्यद ने उसकी चूत पर स्पून से एक लगा दी, अब उसकी तो जान ही निकल गयी थी। फिर वो जोर चिल्लाई तो एक ने उसके मुँह में लंड डाल दिया, उसको कुछ पसंद नहीं आ रहा था, लेकिन अब तो उसकी मजबूरी थी। अब सय्यद इधर उसकी चूत को मार रहा था, अब मनीषा की चूत पूरी तरह से लाल हो गई थी। अब उसके मुँह में लंड होने के कारण वो चिल्ला भी नहीं पा रही थी, लेकिन उसकी आँखों के आसूं सब बयान कर रहे थे। अब एक के बाद एक उससे अपने लंड चुसवा रहे थे और वो अपना लंड ज़ोर-ज़ोर से अंदर बाहर कर रहे थे। अब उसका मुँह भी दर्द होने लगा था, लेकिन वो बेचारी कुछ कर भी नहीं सकती थी, फिर थोड़ी देर के बाद उनका झड़ना चालू हुआ। फिर उन्होंने कहा कि एक बूँद भी अगर नीचे गिरी तो केन से चूत पर स्ट्रोक्स पड़ेगें। फिर वो सबका एक के बाद एक पानी पीने लगी। अब 3 लोगों का तो उसने कैसे भी करके पी लिया, लेकिन चौथे का पीते वक़्त थोड़ा सा नीचे गिर गया। तो वो बोला कि रंडी तुझको तो मार ही चाहिए। फिर वो भीख मांगने लगी प्लीज में मर जाउंगी, मुझे मत मारो, मेरी चूत बहुत नाज़ुक है। लेकिन उन्होंने उसकी एक नहीं सुनी वो केन लाए और चूत पर स्ट्रोक लगाए। अब वो चिल्ला रही थी, लेकिन कोई रुकने वाला नहीं था सब ये भूल गये थे कि वो एक जासूस है। अब उसकी चूत को देखने में ऐसा लग रहा था कि जैसे उसकी चूत में दरार पड़ गई थी। फिर सबने उसे एक एक करके चोदा और छोड़ दिया। अब उसने जासूसी ना करने की कसम खा ली थी ।।

Fb Page - https://www.facebook.com/hindichudaikikahaniyan/

Comments

Popular posts from this blog

भाई को अपना दूध पिलाया

मैं आपकी प्यारी सी और चुलबुली स्मिता आपको अपनी चुदाई की कहानी बताने जा रही हूँ।मेरा भाई जो मुझसे 2 साल छोटा है उसका नाम साहिल है। यह सब तब हुआ था जब मेरा ममेरा भाई हमारे घर पर आया था। यह वही है जिसने मुझे पहले चोदा था, हमारे घर पर एक हफ़्ता रुका था, इस बीच हमने 3 बार मस्ती की थी। जब भी उसको मौका मिलता है, मुझे पकड़ लेता है। कभी रसोई में तो कभी घर के पीछे, हम लोग बहुत चिपकते रहते थे। साहिल को शायद हम पर शक हो गया था लेकिन एक हफ्ते बाद मेरा कज़िन चला गया। कुछ दिनों बाद मेरे मम्मी-पापा को किसी रिश्तेदार के यहाँ जाना पड़ा। उस दिन मैं और मेरा भाई घर में अकेले थे। मैं रसोई में लंच तैयार कर रही थी मेरा भाई भी रसोई में आ गया। मुझसे बातें करने लगा। पहले तो सामान्य बातें करता रहा। लेकिन फिर उसने कहा- स्मिता, तुम्हें नहीं लगता कि हमारे मामा का लड़का थोड़ा ज्यादा ही फ्लर्ट टाइप का है? मैं एकदम धक्क से रह गई कि यह ऐसा क्यों पूछ रहा है? मैंने ऐसे ही कहा- नहीं तो ! ऐसा तो कुछ भी नहीं लगा मुझे। क्यों तुम ऐसे क्यों पूछ रहे हो? “बस ऐसे ही, मैंने कई बार नोटिस किया है कि तुम से कुछ ज्यादा ही लग र...

माँ की ख़ुशी के लिए बहन से शादी भाग 1

हैल्लो  दोस्तों, मेरा नाम आरव है और मेरी इस साईट पर ये पहली स्टोरी है। इस कहानी में आपको बताऊंगा कि कैसे मेरी शादी मेरी ही बहन से हुई? तो अब में आपको शुरुवात से बताता हूँ कि ये सब कैसे स्टार्ट हुआ? में पहले मेरी माँ और बहन के साथ बेंगलोर में ही रहता था और मेरे पापा की मौत हो गई थी, हमारा एक छोटा सा बिज़नेस था और कोई रिश्तेदार हमारी मदद के लिए आगे नहीं आया तो माँ ही पापा के बाद उसे संभालती थी। जब मेरी पढाई पूरी हुई तो मेरी दिल्ली में जॉब लग गई और में दिल्ली आ गया। उस टाईम मेरी बहन 12वीं क्लास में थी, उसका नाम गीतू है और उसका कलर फेयर था और बॉडी भी अच्छी मैंनटेन थी और उसका फिगर बहुत अच्छा था, वो स्कूल ड्रेस में स्कर्ट पहनती थी और जब भी में उसे स्कूल छोड़ने जाता था तो सभी लड़को की नज़र उसकी तरफ़ होती थी, लेकिन वो किसी को घास नहीं डालती थी। मैंने उसके लिए कभी गलत नहीं सोचा था और वो भी मुझे भाई के जैसे ही प्यार करती थी। फिर दिल्ली आने के बाद मेरी जॉब अच्छी चल रही थी और मुझे यहाँ 2 साल हो गये थे। फिर मैंने यहाँ पर फ्लेट लिया हुआ है और जब बेंगलोर में हमारा बिज़नेस बंद होने को था तो ...

हाईवे पर मुझे कुंवारी चूत मिल गयी

मेरी स्टोरी सत्य घटना हैं. वेसे रंडी तो हाईवे पर मिल जाती हैं लेकिन मुझे तो कुवारी चुत मिल गई. कहानी पे आता हु यारो… बात उस समय की हैं जब मैं बारहवीं की परीक्षा पास करके अपने गाँव वापस आया। शहर में रहकर मैं बहुत बिगड़ गया था और चूत का आशिक बन गया था क्योंकि मैंने सुना था कि सांप और चूत जहाँ दिखे वहीं मार देनी चाहिए… बस यही सोच कर मैंने अभी तक 28 चूतें मारी हैं और हर चूत वाली को संतुष्ट किया हैं। तो अब असल कहानी पर आते हैं। मैं गाँव गया तो मैंने पूरा दिन घूम कर बिता दिया… शाम को जब मैं अपनी गाड़ी से घर वापस जा रहा था तो मैंने देखा कि नहर किनारे एक लड़की पेशाब कर रही थी और गाड़ी की रोशनी उसके चूत पर पड़ गई थी जिससे मुझे मूत निकलती चूत के दर्शन हो गए। यह देख अचानक ही मेरा लौड़ा पैंट में खड़ा हो गया और मुझे लगा कि अगर मैंने आज चूत नहीं मारी तो शायद मेरा लंड फूल कर फट जायेगा। बस मैंने योजना बनाई और गाड़ी रोक कर लड़की के पास चला गया। मुझे वहाँ खड़ा देखकर वो शर्मा गई… मैंने पूछा- कौन हो तुम और रात के इस अँधेरे में यहाँ क्या कर रही हो? तो वो शरमा कर बोली- साहब मेरा नाम रीना हैं और मैं आप...